Read what is Prostate Cancer, Causes of Prostate Cancer, Symptoms of prostate cancer, Treatment क्या प्रोस्टेट कैंसर को रोका जा सकता है?,प्रोस्टेट कैंसर का इलाज कौन करता है ?
प्रोस्टेट कैंसर क्या है ? (Prostate cancer in hindi )
कैंसर आजकल एक ऐसी बीमारी बन गई है जो हर चौथे से पांचवें व्यक्ति में देखने को मिल रही है। कैंसर को कई प्रकार के होते हैं लेकिन आजकल एक नया का कैंसर आया है जिसको प्रोटेस्ट कैंसर (Prostate cancer) कहते हैं यह प्रोटेस्ट कैंसर (Prostate cancer) केवल पुरुषों में पाया जाता है यह महिलाओं में नहीं पाया जाता क्योंकि प्रोस्टेट कैंसर एक ऐसी ग्रंथि में होता है जो पुरुषों में ही पाई जाती है प्रोटेस्ट कैंसर (Prostate cancer) प्रोस्टेट नाम की क्रांति में पाया जाता है प्रोस्टेट ग्रंथि में जो कोशिकाएं होती है वह असंतुलित हो जाने पर ये कैंसर होता है. प्रोस्टेट ग्रंथि का काम ऐसा होता है कि तरल पदार्थ या वीर्य को बढ़ने में मदद करती है. प्रोस्टेट कैंसर धीरे धीरे बढ़ता है हालांकि. यह बहुत ही घातक होते हैं. प्रोस्टेट ग्रंथि अखरोट के आकार की होती हैं प्रोस्टेट ग्रंथि का आकार उम्र पर डिपेंड करता है कि पुरुष की उम्र कितनी हैं। इसका आकार वैसा तो छोटे पुरुष में अखरोट के समान दिखाई देती है बुजुर्गों में ग्रंथि का आकार बड़ा हो सकता है. यह ब्लैडर के आसपास पाई जाती है जहां पर यह मूत्रमार्ग के आसपास स्थित होती है इसका काम ब्लेडर में यूरिन को बाहर निकालना भी होता है। प्रोस्टेट कैंसर प्रोस्टेट ग्रंथि में होता हैं लेकिन इसके ज्यादा बढ़ने पर ग्रंथि के आसा पर भी फेल जाता हैं जिससे इसका इलाज कारण मुश्किल होता हैं।
यदि प्रोस्टेट कैंसर का पता जल्दी यदि प्रोस्टेट ग्रंथि के अंदर हो तो इसका इलाज संभव व जल्दी हो जाता हैं। और जल्दी ही पुरुष को तकलीफ से राहत मिल जाती हैं। इसीलिए यदि निचे दिए गए प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण दिखे तो जल्द ही डॉक्टर को बता देना चाहिए।
Diet Chart of prostate cancer patient
प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण – ( Prostate cancer ke lakshan in hindi )
Symptoms of prostate cancer प्रोस्टेट कैंसर का लक्षण की बात करें तो बहुत ही साधारण दे लक्षण दीखते हैं लेकिन जब भी कभी निचे दिए लक्षण दिखे तो ध्यान रखे।
- पेशाब करते वक़्त दर्द दर्द या घबराहट होना।
- पेशाब करने मे जलन होना।
- रात में बार-बार पेशाब करने की लगना और जाने पर पेशाब का ना आना।
- मूत्र या वीर्य में खून आने की समस्या।
- पेशाब का ना रुकना।
- वजन का ज्यादा कम होना।
- बैठने पर दर्द या बेचैनी का होना।
- हड्डी मे दर्द होना।
30 जून 2023 अपडेट :- प्रोस्टेट कैंसर का इलाज संभव हैं। यदि आप सही समय पर ध्यान दे ले तो। अभी गूगल भी हेल्थकेयर AI टूल्स ला रहा हैं। जो कई जानलेवा बीमारियों का इलाज करने में सहायक होगा।
प्रोस्टेट कैंसर होने के कारण – ( Causes of Prostate Cancer in hindi )
Causes of Prostate Cancer प्रोस्टेट कैंसर क्यों होता हैं ? यदि इसकी बात करें तो अभी तक कोई भी मुख्या कारण विशषज्ञों को नहीं मिला हैं। लेकिन अभी तक के मरीजों का इलाज करते समय कुछ कारण पता चले हैं जो निचे दिए गए हैं पढ़े आप।
Why prostate cancer acquire
पुरुष की उम्र का ज्यादा होना
उम्र के साथ खतरा बढ़ता है, खासकर 50 से 60 साल की आयु के बाद। इसलिये कभी भी लक्षण दिखे या कोई और परेशानी हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
जाति और नस्ल (Race and Ethnicity)
अफ्रीकी तथा काली चमड़ी वाले पुरुषों में इस बीमारी के विकसित होने की संभावना श्वेत रंगो वाले पुरुषों की तुलना में ज़्यादा या दोगुनी है। यानी काले पुरुषों मे प्रोस्टेट कैंसर होने की सम्भावना गोरे पुरुषो से अधिक होती है। यदि ऐसे पुरुषों को 50 से 60 साल की आयु के बाद पेशाब में थोड़ी भी परेशानी हो तो जल्द ही चिकित्सक से सम्पर्क करें।
पारिवारिक इतिहास होना ( Family History with Cancer)
किसी परिवार मे किसी को भी स्तन और ओवेरियन कैंसर का इतिहास हो तो प्रोस्टेट कैंसर का जोखिम बढ़ जाता हैं। प्रोस्टेस्ट कैंसर अनुकंशिक भी हो सकता हैं।
अधिक वसा वाला भोजन ( Fast or Oily Food )
फ़ास्ट फ़ूड या तेलीय खाने का सेवन भी असंतुलित कोशिकाओं के बढ़ने का कारण या कहे प्रोस्टेट कैंसर के होने का कारण भी हो सकता हैं। यदि प्रोस्टेट कैंसर का पता चल गया हो तो बिलकुल साधारण भोजन का सेवन करना चाहिए भर का खाना बिलकुल बंद कर देना चाहिए।
मोटापा या ज्यादा काम वजन का होना
अनियंत्रित वजन या बहुत काम वज़न कई समस्याओं को विकसित कर देता है। इसलिये योग और एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी होता है ताकि कैंसर जैसी कोई बिमारी कभी ना हो सके। ज्यादा कम वजन होने से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी काम होती हैं। जिससे संतुलित कोशिकाएं काम पैदा होती है व असंतुलित कोशिकाओं को नष्ट नहीं कर पाती हैं। जिससे’कई रोग’उत्पन्न हो जाते हैं।
प्रोस्टेट कैंसर के प्रकार (Typers of Prostate Cancer)
सभी प्रोस्टेट कैंसर लगभग एडेनोकार्सिनोमा होते हैं। ये कैंसर ग्रंथि कोशिकाओं से विकसित होते हैं ये कोशिकाएं जो प्रोस्टेट द्रव बनाती हैं जो वीर्य में जुड़ जाती हैं। प्रोस्टेट ग्रंथि में कोशिकाएँ तीव्रता से बढ़ने लगती है ये दो प्रकार की होती हैं सामान्य और असामान्य, सामान्य कोशिकाएं (Good Cells) वो होते हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते है असामान्य कोशिकाएँ (Bed Cells ) ये कोशिकाएँ भी मदद करती हैं लेकिन अब असामन्या कोशिकाएँ बढ़ जाती हैं तो सामान्य कोशिकाएँ नष्ट हो जाती हैं जिससे कैंसर जैसा रोग हो जाता हैं।
कैंसर जो प्रोस्टेट में शुरू हो सकते हैं उनमें शामिल हैं:
- छोटी कोशिका कार्सिनोमा
- न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर
- संक्रमणकालीन कोशिका कार्सिनोमा
- सार्कोमा
ये अन्य प्रकार के प्रोस्टेट कैंसर दुर्लभ हैं। यदि आपको बताया जाए की प्रोस्टेट कैंसर है, तो एडेनोकार्सिनोमा होने की ज्यादा सम्भावना होती है।कुछ प्रोस्टेट कैंसर तेजी से बढ़ते और फैलते हैं, लेकिन अधिकांश धीरे-धीरे बढ़ते हैं। अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के मुताबिक, वास्तव में, शव परीक्षण अध्ययनों से पता चलता है कि कई वृद्ध पुरुष (और यहां तक कि कुछ युवा पुरुष) जिनकी मृत्यु दूसरे कारणों से हुई, उन्हें भी प्रोस्टेट कैंसर था, जिसने उन्हें अपने जीवन के दौरान कभी प्रभावित नहीं किया।
प्रोस्टेट कैंसर का इलाज किससे करवाना चाहिए ?
प्रोस्टेट कैंसर का इलाज कैंसर इस्पेलिस्ट जैसे
1.यूरोलॉजिस्ट: एक सर्जन जो युर्नरी सिस्टम और मेल रिप्रोडकटीव सिस्टम (प्रोस्टेट सहित) के रोगों का इलाज करता है
2.रेडीएशन ऑन्कोलॉजिस्ट: एक डॉक्टर जो रेडीएशन थेरपी के साथ कैंसर का इलाज करता है।
3.मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट: एक डॉक्टर जो कीमोथेरेपी, हार्मोन थेरेपी और इम्यूनोथेरेपी जैसी दवाओं से कैंसर का इलाज करता है।
क्या प्रोस्टेट कैंसर मेरी यौन क्षमता को प्रभावित करता है?
पहले चरण में तो नहीं लेकिन आगे के चरणों में कर सकता हैं। लेकिन जिस भी व्यक्ति को प्रोटेस्ट कैंसर के बारे में पता जाये तो सम्बन्ध नहीं बनाना चाहिए।
प्रोस्टेट कैंसर किस उम्र में होता हैं ?
ये किसी भी उम्र में हो सकता हैं लेकिन 40 की उम्र के बाद इसे ज्यादा देखा गया हैं।
प्रोस्टेट कैंसर होने के कारण – ( Causes of Prostate Cancer in hindi )
प्रोस्टेट कैंसर होने के कारण – ( Causes of Prostate Cancer in hindi )निचे दिए गए हैं
1) पुरुष की उम्र का ज्यादा होना
2) जाती या नस्ल
3) वसा युक्त भोजन
4) पारिवारिक इतिहास
5) मोटापा
6) कुपोषण
प्रोस्टेट कैंसर के प्रकार के होते हैं ?
कैंसर जो प्रोस्टेट में शुरू हो सकते हैं उनमें शामिल हैं:
1) छोटी कोशिका कार्सिनोमा
2) न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर
3) संक्रमणकालीन कोशिका कार्सिनोमा
4) सार्कोमा
प्रोस्टेट कैंसर के स्पेशलिस्ट कौन हैं ?
प्रोस्टेट कैंसर का इलाज कैंसर इस्पेलिस्ट जैसे
1. यूरोलॉजिस्ट
2. रेडीएशन ऑन्कोलॉजिस्ट
3. मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट:
प्रोस्टेट कैंसर क्या है ? (Prostate cancer in hindi )
प्रोटेस्ट कैंसर (Prostate cancer) प्रोस्टेट नाम की क्रांति में पाया जाता है प्रोस्टेट ग्रंथि में जो कोशिकाएं होती है वह असंतुलित हो जाने पर ये कैंसर होता है. प्रोस्टेट ग्रंथि का काम ऐसा होता है कि तरल पदार्थ या वीर्य को बढ़ने में मदद करती है
प्रोस्टेट कैंसर कैसे होता है?
प्रोस्टेट कैंसर प्रोटेस्ट ग्रंथि में कोशिकाओं के अनियंत्रण के कारण होता हैं।
प्रोस्टेट कैंसर क्या महिलाओं में भी हो सकता हैं ?
नहीं प्रोस्टेट कैंसर केवल पुरुषो में ही होता हैं।
प्रोस्टेट कैंसर का इलाज संभव हैं ?
प्रथम स्टेज पर प्रोटेस्ट कैंसर का इलाज संभव हैं लेकिन ज्यादा फेल जाने के बाद कुछ कहा नहीं जा सकता।
प्रोस्टेट कैंसर से कैसे बचें ?
प्रोस्टेट कैंसर से बचने के लिए हमें अपनी लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव व कुछ सावधानिया रखनी होगी।
लाइफस्टाइल में एक्साइज व योगा को शामिल करें।
संतुलित आहार ले।
फ़ास्ट फ़ूड व तेलीय पदार्थो का सेवन ना करें।
प्रोस्टेट कैंसर की पहचान कैसे करें ?
प्रोस्टेट कैंसर की पहचान के लिए आपको पेशाब व स्पर्म में जरा सा भी बदलाव दिखे या दर्द महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाए।
प्रोस्टेट कैंसर कहां होता है ?
प्रोस्टेट कैंसर प्रोटेस्ट नाम की ग्रंथि में होता हैं। ज्यादा बढ़ने पर मूत्र मार्ग के आसपास भी फेल जाता हैं .
प्रोस्टेट कैंसर का इलाज ?
प्रोस्टेट कैंसर के इलाज की बात करें तो इलाज कैंसर इस्पेलिस्टो द्वारा किया जाता हैं।
प्रोस्टेट कैंसर का घरेलू इलाज ?
प्रोस्टेट कैंसर का घरेलू इलाज ना करें डॉक्टर से ही करवाएं कियुकी पहली स्टेज पर प्रोटेस्ट कैंसर का इलाज संभव हैं ज्यादा बढ़ जाने पर परेशानी बढ़ सकती हैं।
प्रोस्टेट कैंसर में कौन कौन सी जांच करवाना पड़ता हैं ?
प्रोस्टेट कैंसर की जांच
चिकित्सा इतिहास और शारीरिक टेस्ट,
पीएसए ब्लड टेस्ट,प्रोस्टेट बायोप्सी,
प्रोस्टेट कैंसर के लिए इमेजिंग टेस्ट,
मैग्नेटिक रेसोनन्स इमेजिंग (एमआरआई)
प्रोस्टेट कैंसर का इलाज
प्रोटेस्ट कैंसर का इलाज कुछ इन तरीको से किया जाता हैं।
एक्टिव सर्वेलेंस,
सर्जरी,रेडीएशन थेरपी,
क्रायोथेरेपी,
हार्मोन थेरपी
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gyanaxis.com:- यह प्रोस्टेट कैंसर के बारे मे जानकारी दी हैं उम्मीद करते हैं आपको पसंद आई होगी और यदि कोई भी भयंकर बीमारी से लड़ रहा होगा तो उनकी मदद करेगा। यदि और कोई भी जानकारी प्रोस्टेट कैंसर से जुड़ी जानना चाहते हो तो कमेंट में बताये हम जल्द से जल्द रिप्लाई देंगे ।
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